आज़ादी का सफ़र
नमस्कार ,
आज हमारे लिए बहुत ही शुभ दिन है , भारत देश अपनी आज़ादी का इकसठ वाँ जन्मदिन मना रहा है.
आज सबके दिलों का जोश देखे तो ऐसा लगता है, जैसे कोई त्योहार हो , ये त्योहार जिसे हर दिल ने मनाया है, चाहे वो मुस्लिम हो, सिख हो, ईसाई हो या हिंदू हो .
आज इस सफ़र में इतने आगे आने के बाद आए, एक बार पलट कर देखे कि क्या खोया ? क्या पाया ?
पाकर क्या खोया और क्या पाया जा सकता है ?
एक ख्याल यहाँ भी है , ज़रूर देखे
http://saajha-sarokaar.blogspot.com/
वतन की मिट्टी गवाह रहना, तू गवाह रहना
सभी धरम के तेरे बेटे, सबकी ही तू पनाह रहना,
गवाह रहना
"भगतसिंह", "आज़ाद" थे आए करने घर की रखवाली
"गाँधी" जी बात निराली, थामे अहिंसा की डाली
आज़ादी में "बोस" की शामिल, कराह रहना
गवाह रहना
"सारे जहाँ से अच्छा" दिया है, सर "मुहमद इक़बाल" ने
महिमा गाई भारत की, "बॅंकिम", "टेगर" दो नाम ने
जज़्बे रहे सबके ही दिल में, ये चाह रहना
गवाह रहना
26 comments:
सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा। मुबारक हो।
आपको स्वतंत्रता दिवस और रक्षाबंधन की हार्दिक बधाई और शुभकामना.
जय हिंद...
वाह!!
स्वाधीनता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें।
***राजीव रंजन प्रसाद
सुन्दर अभिव्यक्ति । स्वाधीनता दिवस की बधाई
अज़ादी की सालगिराह पर सभी देश वासियों को हर्दिक बधाई!!!
हिंदी हैं हम वतन हैं, हिन्दोस्तां हमारा!!!
जय़ हिन्द जय़ भारत!!
आपको स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई और शुभकामना.
बहुत खूब. ये जज़्बा हर भारतीय में कायम रहे. स्वतंत्रता दिवस पर बधाई और शुभकामनाएं !
आजाद है भारत,
आजादी के पर्व की शुभकामनाएँ।
पर आजाद नहीं
जन भारत के,
फिर से छेड़ें, संग्राम एक
जन-जन की आजादी लाएँ।
स्वतंत्रता दिवस की बहुत बधाई एवं शुभकामनाऐं.
स्वतंत्रता दिवस के इस पवन पर्व पर सभी ब्लॉगर मित्रो को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाऐं.
bahut achcha.
jai hind-jai bharat.
देशभक्ति से ओत-प्रोत रचना पढ कर अच्छा लगा....
आपको भी स्वाधीनता दिवस की बहुत-बहुत बधाई
अच्छी रचना....बधाई आपको
स्वतंत्रता दिवस की.
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डा.चन्द्रकुमार जैन
wah, atisundar..
JAI HIND..!!
bahut achcha.
jai hind-jai bharat.
स्वाधीनता दिवस की हार्दिक बधाई आपकी ग़ज़ल रचन बहुत सुंदर हैं हिन्दयुग्म पर आप मेरी आज़ादी विषयक कविता पढ़ सकेंगे : http://merekavimitra.blogspot.com/2008/08/special-kavitayen-on-independence-day.html
आभार । श्रद्धा जी हमारा अनुरोध है इस ब्लाग में फीड सब्सक्राइब विजेट लगावें हम ज्यादातर पोस्ट मेल के द्वारा ही पढ पाते हैं ।
वतन की मिट्टी गवाह रहना
Bahut achha laga...
स्वाधीनता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें।
ये जज्बा भी बहुत कीमती है। ऐ वक्त तो इसका गवाह रहना।
kya aap ko lagta hai ki in dino bharat vastvikta me azad hai. kya aapko nahi lagta hum aaj bhi gulaam hai.
har taraf aag faili hui hai. sabhi rajnaitik partiyan is aag me apni roti sekne ke alawa kuch nahi kar rahi hai. in partion ke liye apne swarth poorati se badhkar na desh ahi na aam nagrik. or hum bhi inke piche piche jhanda uthaye ghumate hai. pehle khud ko inke changul se chudaenge tabhi hum swatantarta divas ko sahi mayne me mnayaenge. kyonki ye wo desh nahi hai jiski kalpna hmare shaheedo ne ki hti.
jai hind.
rakesh kaushik
yahi jazba sabhi hindustaaniyon mein kayam rahe...
देश भक्ति के इस जज्बे को सलाम !!!!!
श्रधा जी
विगत कुछ दिनों से जयपुर गया हुआ था कल ही लौटा हूँ....इस बार प्रण किया था की लैपटॉप का लैप बंद ही रखूँगा उसके दुष्परिणाम स्वरुप आप की अद्भुत रचनाओं का रसपान नहीं कर पाया....अब वापस लौट कर भरपाई कर रहा हूँ और पढ़ते पढ़ते ये भी सोच रहा हूँ की आईन्दा इस प्रकार के मूर्खतापूर्ण प्रण नहीं किया करूँगा...
विलक्षण बिम्बों से सजी आप की ये और पिछली रचनाएँ कमाल की हैं...मेरी हार्दिक बधाई स्वीकार करें.
नीरज
achchha likha hai aapne
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