इक लड़की पागल दीवानी
इक लड़की पागल दीवानी ,गुम सुम चुप चुप सी रहती थी
बारिश सा शोर ना था उसमें ,सागर की तरह वो बहती थी
कोई उस को पढ़ नहीं पाया , ना कोई उसको समझा तब
छोटी उदास आँखें उस की ,न जाने क्या क्या कहती थी
शख्स जो अक्सर दिखता था ,उस दिल के झरोखे में
दर्द कई वो देता था , रखता था उसको धोखे में
जितने पल रुकता था आकर ,वो उस में सिमेटी रहती थी
छोटी उदास आँखें उस की ,न जाने क्या क्या कहती थी
इक दिन ऐसा भी आया ,वो आया पर दर नहीं खुला
दरवाज़े पर हँसता था जो,इक चेहरा उस को नहीं मिला
आँसू के हर्फ वहाँ थे , और था वफ़ा का किस्सा भी
तब जान गये आख़िर सब कैसे वो टूटी, कहाँ मिटी
समझा तब लोगों ने उसको, कैसे वो ताने सहती थी
छोटी उदास आँखें उस की ,न जाने क्या क्या कहती थी
बाद उसके खत भी मिले, जिनमें कई प्यार की बातें थी
सौगातें थी पाक दुआ की , भेजी चाँदनी रातें थी
लिखा था उसने, सम्हल के रहना,इतना भी मत गुस्सा करना
अब और कोई ना सीखेगा ,तुम से जीना, तुम पर मारना
अब वो पागल लड़की नहीं रही, जो तुम को खूब समझती थी
हर गुस्से को हर चुप को भी आसानी से पढ़ती थी
समझा वो भी अब जाकर , क्या उसकी आँखें कहती थी
था प्यार बला का उससे ही, वो जिसके ताने सहती थी
इक लड़की पागल दीवानी ,गुम सुम चुप चुप सी रहती थी
8 comments:
श्रद्धा जी,बहुत बधाई आपको । इक लडकी पागल दीवानी पढी। मन को छू गई।ऐसी रचनाएं बहुत कम लिखी जा रही है। मुझे इसलिए भी अच्छा लगा कि मेरी एक लम्बी कविता पागल लड्की पर है बडी खूबसूरत पगली इक लडकी ।चली जा रही वह न जाने किधर को।।
--उसे आप भी मेरे इस ब्लाक पर पढ सकते हैं । हमें बताए कि कैसी है।
श्रद्धा जी,बहुत बधाई आपको । इक लडकी पागल दीवानी पढी। मन को छू गई।ऐसी रचनाएं बहुत कम लिखी जा रही है। मुझे इसलिए भी अच्छा लगा कि मेरी एक लम्बी कविता पागल लड्की पर है बडी खूबसूरत पगली इक लडकी ।चली जा रही वह न जाने किधर को।।
--उसे आप भी मेरे इस ब्लाक पर पढ सकते हैं %http://shankarsonane.blogspot.com हमें बताए कि कैसी
Shankar ji bahut bahut dhanaywad aapne padha achha laga aapka aana aur aapki kavita bhi bahut pasand aayi
Aksar yesa hota hai jab Prem ki bhasa samne wale ki samajh me aate aate kaphi deer ho jati hai aur phir bhul sudharane ki gunjayis nahi rah jati.
Karuna se bhari ek sashaqt rachana ke liye badhayee.
Bahut Badiya. har ek kavita bahut badiya hai Bhadhayi.
bahut achha laga parhkar.... :-)
Aapki Rani :P
bahut hi achchha likhatii hai aap
aur aur likhatii rahe
kishor
Very nice.. kya likha h yr... you can check this one also
shayari in Hindi
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